विशुद्धं परं सच्चिदानन्दरूपं गुणाधारमाधारहीनं वरेण्यम् । महान्तं विभान्तं गुहान्तं गुणान्तं सुखान्तं स्वयं धाम रामं प्रवद्ये ॥ 1 ॥ शिवं नित्यमेकं विभुं…
Read moreहम सभी जानते हैं कि भगवान् श्रीहरि महाविष्णु जी सर्वोच्च भगवान् और परम रक्षक हैं। वे सर्वव्यापी है और सभी प्राणियों से श्रेष्ठ हैं। उनके चार श…
Read moreशास्त्रों के अनुसार नियमित रूप से अगर विष्णु मंत्र का जाप किया जाए तो उसे फलदायी माना जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु दोष होता है या गुरु का प…
Read moreगरुड़ ने भगवान श्री विष्णु से प्रश्न किया मृत्यु के बाद आत्मा कैसे शरीर के बाहर जाता है? कौन प्रेत का शरीर प्राप्त करता है? क्या भगवान के भक्त …
Read moreषडारि - नम्माऴ्वार (षडगोप) जी के अवतार ; ऊपरी भाग - भगवान् के दिव्य चरण • श्री भगवान् के दिव्य पादुका "षडारि" पर विराजमान हैं। पुराण…
Read moreजानिए परम भगवान् श्रीहरि महाविष्णु जी के पांच दिव्य स्थितियाँ! पूज्य परमात्मा द्वारा केवल अपने प्रिय भक्तों को वरदान के रूप में दिया जाने वाला एक उत्क…
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